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Price: ₹121.00
(as of Jul 27, 2021 01:53:25 UTC – Details)


अपने आपको काम में व्यस्त कीजिए और अपने जीवन को एक स्वरूप दीजिए। यह मत सोचिए कि कुछ करने से पहले आपको ब्रह्मांड की तमाम पहेलियों को सुलझाना जरूरी है। उन पहेलियों की चिंता मत कीजिए और अपने सामने पड़े काम पर ध्यान दीजिए। अपने अंदर छिपे उस महान् जीवन-सिद्धांत को उसमें लगा दीजिए, जो प्रकट होने के लिए लालायित है। इस भ्रम में मत रहिए कि आपके शिक्षक या गुरु ने उस पहेली को सुलझा लिया है। यदि कोई उसे सुलझा लेने की बात करता है तो वह झूठ बोल रहा है और साहस बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। अबूझ पहेलियों और सिद्धांतों की चिंता मत कीजिए, काम कीजिए और जीना शुरू कीजिए। इन सिद्धांतों के बुलबुलों को फोड़ने का सबसे नायाब तरीका है—हँसना। हँसी एक ऐसी चीज है, जो हमें पागलपन से बचाती है। हास्य रस इनसान के लिए प्रभु का सर्वोत्तम उपहार है। br>चाँद बनना छोड़ दीजिए; प्रतिबिंब बनाना बंद कर दीजिए। काम करने के लिए सक्रिय हो जाइए और अपने आपको सूर्य बनाइए। यह आपकी शक्ति है। हर व्यक्ति के अंदर सूर्य बनने के गुण होते हैं। कार्य प्रारंभ कीजिए और खुद को प्रकट कीजिए। अपनी रीढ़ को मजबूत और सिर को ऊँचा कीजिए। —इसी पुस्तक से ——1—— अपने भीतर छिपी शक्ति और मानसिक दृढ़ता को पहचानकर सफलता के द्वार खोलनेवाली प्रेरक पुस्तक।.


From the Publisher

Aakarshan ka Niyam by William Walker Atkinson

Aakarshan ka Niyam by William Walker AtkinsonAakarshan ka Niyam by William Walker Atkinson

अपने भीतर छिपी शक्ति और मानसिक दृढ़ता को पहचानकर सफलता के द्वार खोलनेवाली प्रेरक पुस्तक

अपने आपको काम में व्यस्त कीजिए और अपने जीवन को एक स्वरूप दीजिए। यह मत सोचिए कि कुछ करने से पहले आपको ब्रह्मांड की तमाम पहेलियों को सुलझाना जरूरी है। उन पहेलियों की चिंता मत कीजिए और अपने सामने पड़े काम पर ध्यान दीजिए। अपने अंदर छिपे उस महान् जीवन-सिद्धांत को उसमें लगा दीजिए; जो प्रकट होने के लिए लालायित है। इस भ्रम में मत रहिए कि आपके शिक्षक या गुरु ने उस पहेली को सुलझा लिया है। यदि कोई उसे सुलझा लेने की बात करता है तो वह झूठ बोल रहा है और साहस बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।अबूझ पहेलियों और सिद्धांतों की चिंता मत कीजिए; काम कीजिए और जीना शुरू कीजिए। इन सिद्धांतों के बुलबुलों को फोड़ने का सबसे नायाब तरीका है—हँसना। हँसी एक ऐसी चीज है; जो हमें पागलपन से बचाती है। हास्य रस इनसान के लिए प्रभु का सर्वोत्तम उपहार है।चाँद बनना छोड़ दीजिए; प्रतिबिंब बनाना बंद कर दीजिए। काम करने के लिए सक्रिय हो जाइए और अपने आपको सूर्य बनाइए। यह आपकी शक्ति है। हर व्यक्ति के अंदर सूर्य बनने के गुण होते हैं। कार्य प्रारंभ कीजिए और खुद को प्रकट कीजिए। अपनी रीढ़ को मजबूत और सिर को ऊँचा कीजिए।

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अनुक्रम

भाग-1वैचारिक संसार में आकर्षण का नियम

1 विचारों की दुनिया में आकर्षण के नियम

2 विचार-तरंगें और उनकी प्रजनन प्रक्रिया

3 मन की बात

4 मन की निर्मिति

5 इच्छा-शक्ति का रहस्य

6 हानिकारक विचारों के आकर्षण से मुक्त कैसे रहें

7 नकारात्मक सोच का रूपांतरण

8 मानसिक नियंत्रण के नियम

9 जीवन-शक्ति का पुष्टीकरण

10 मानसिक स्वभाव का प्रशिक्षण

11 मनोभाव का मनोविज्ञान

12 नए मानसिक कक्षों का विकास

13 आकर्षक शक्ति—लालसा

14 महान् गतिशील शक्तियाँ

15 अपनी संपत्ति पर दावा

16 संयोग नहीं, नियम

भाग–2 व्यावहारिक मानसिक प्रभाव

17 कंपन का नियम

18 विचार-तरंगें

19 मानसिक अधिष्ठापन

20 मानसिक एकाग्रता

21 मानसिक चित्रण

22 वशीकरण

23 सम्मोहक प्रभाव

24 दूर से प्रभावित करने की कला

25 सामूहिक मानसिक प्रभाव

26 ज्ञान की आवश्यकता

27 जादू : काला और सफेद

28 आत्म-रक्षा

William Walker AtkinsonWilliam Walker Atkinson

William Walker Atkinson

विलियम वाकर ऐटकिंसन

विलियम वाकर ऐटकिंसन (William Walker Atkinson ; 5 दिसम्बर, 1862 – 22 नवम्बर, 1932) एक एटोर्नी, व्यापारी, प्रकाशक और लेखक थे। वे अमेरिका के (नवीन विचार आन्दोलन (‘न्यू थॉट मूवमेन्ट’) के अग्रदूत भी थे। उन्होने ‘योगी रामचारक’ (Yogi Ramacharaka) तथा थेरॉ क्यू दुमॉत (Theron Q. Dumont) के छद्मनामों से भी खूब लेखन किया।उन्होने १०० से अधिक पुस्तकों की रचना की जो उनके जीवन के अन्तिम ३० वर्षों में रची गयीं।

Publisher‏:‎Prabhat Prakashan Pvt.Ltd. 4/19, Asaf Ali Raod, New Delhi-110002 (PH: 7827007777); 1st edition (12 July 2021); Prabhat Prakashan
Language‏:‎English
Paperback‏:‎144 pages
ISBN-10‏:‎9353225388
ISBN-13‏:‎978-9353225384
Item Weight‏:‎300 g
Dimensions‏:‎20 x 14 x 4 cm
Country of Origin‏:‎India
Importer‏:‎Prabhat Prakashan
Packer‏:‎Prabhat Prakashan
Generic Name‏:‎Book