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(as of Jul 22, 2021 07:16:15 UTC – Details)
From the Publisher
Hum Honge Kamyab by Dr. A.P.J. Abdul Kalam
उनकी जिज्ञासाओं का समाधान जीवन-पथ पर आगे बढ़ने हेतु उन्हें संबल प्रदान करता है।
प्रश्नोत्तर शैली में प्रस्तुत यह पुस्तक भारत के महान् प्रेरणा-पुरुष और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा बच्चों से बातचीत पर आधारित है।बच्चे समाज और राष्ट्र का भविष्य होते हैं। बच्चे जितने शिक्षित, संस्कारी व चरित्रवान् होते हैं, समाज और राष्ट्र का भी उतना ही चारित्रिक विकास होता है।बच्चों की जिज्ञासाएँ अद्भुत व अनुपम होती हैं और उनके सोच को व्यापकता प्रदान करती हैं। उनकी जिज्ञासाओं का समाधान जीवन-पथ पर आगे बढ़ने हेतु उन्हें संबल प्रदान करता है।इसमें डॉ. कलाम के जीवन के अनूठे प्रसंगों और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उनके महान् स्वप्न तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, चिकित्सा, उद्योग व प्रौद्योगिकी एवं देश को विकसित बनानेवाले अन्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों के बारे में बच्चों से उनकी रोचक व प्रेरक बातचीत प्रस्तुत है। डॉ. कलाम के जीवन-प्रसंगों, उनके विचारों को प्रस्तुत करती प्रेरणादायी पुस्तक।
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डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 15 अक्टूबर 1931 – 27 जुलाई 2015 इन्हे मिस मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के अव्वल निर्वाचित राष्ट्रपति थे।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है।इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई।
अनुक्रम
बच्चों से
राष्ट्र सर्वोपरि
तमसो मा ज्योतिर्गमय
सामान्य विषय
जय विज्ञान!
अध्यात्म और जीने की कला
Publisher:Prabhat Prakashan – Delhi (1 January 2020); Prabhat Prakashan – Delhi
Language:Hindi
Paperback:124 pages
ISBN-10:939010145X
ISBN-13:978-9390101450
Item Weight:150 g
Dimensions:9 x 5.5 x 3 cm
Country of Origin:India
Importer:Prabhat Prakashan – Delhi
Packer:Prabhat Prakashan – Delhi
Generic Name:Books