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Tony Robbins ke Success PRINCIPLES (Hindi Edition)
Price: ₹9.45
(as of Jul 19, 2021 17:51:21 UTC – Details)


एंथनी जे. रॉबिंस का जन्म 29 फरवरी, 1960 को अमेरिका में हुआ। वह एक लेखक, प्रेरक वक्ता, लाइफ कोच और परोपकारी व्यक्ति हैं। रॉबिंस को उनके सेमिनारों और स्वयं-सहायता पुस्तकों के लिए जाना जाता है।
लक्ष्य बनाना अदृश्य को दृश्य में बदलने का पहला कदम है। बिना लक्ष्य के जीवन दिशाहीन होता है। बिना दिशा के व्यक्ति अपने लिए ही नहीं, किसी भी समाज और राष्ट्र के लिए भी हानिकर है। हमें अपनी बात रखनी आनी चाहिए। सबकी प्रतिभाएँ अलग होती हैं। प्रभावी ढंग से संवाद करने के लिए हमें अहसास होना चाहिए कि हम सभी अलग-अलग तरह से दुनिया को देखते हैं और इस समझ को एक मार्गदर्शक के रूप में दूसरों से संवाद करने में प्रयोग करना चाहिए।
कभी-कभी हम अपना ध्यान केंद्रित नहीं करते। हम कभी अपनी शक्ति केंद्रित नहीं करते। अधिकतर लोग जीवन में इधर-उधर के काम करते रहते हैं, कभी भी किसी एक चीज में मास्टरी करने की नहीं सोचते। सफलता का मार्ग है—बड़ी व दृढ़ काररवाई करना। हम अपना जीवन बदल सकते हैं। हम जो चाहते हैं, बिल्कुल वही कर, पा और हो सकते हैं, यदि हम सच में चाहें तो। लोग आलसी नहीं होते। बस, उनके लक्ष्य कमजोर हैं, यानी ऐसे लक्ष्य, जो उन्हें प्रेरित नहीं करते। लक्ष्य सोते-जागते हमारी आँखों में तैरने चाहिए। आपके प्रभाव की सीमा केवल आपकी कल्पना और प्रतिबद्धता है। यदि आप वही करते हैं, जो आप हमेशा से करते आए हैं तो आपको वही मिलेगा, जो हमेशा से मिलता आया है।
आपके अंदर संपूर्णता निहित है। वह कहीं बाहर नहीं है, जिसे खोजा जा सके, जो आपको पूरी तरह से संपूर्ण बनाती है। खुद को बाहर से अलग करके सोचिए कि ऐसी कौन सी चीज है, जो आपको संपूर्ण बनाती है, जो आपको जीवन देती हैं? वे कौन सी चीजें हैं, जो आपको शानदार बनाती हैं? आपकी खुद की शर्तों पर, वे किसी और की शर्तें नहीं हो सकतीं, न ही आपके पिता की, न ही आपकी माता की, न ही वह आपका बैकग्राउंड हो सकता है। तो फिर वह क्या चीज है, जो आपको संपूर्ण बनाती है? आपको अलग बनाती है? बहुत से तरीके हैं, जो आपको दूसरों से अलग करते हैं। कभी-कभी आप यह अनुभव भी करते हैं कि आप वास्तव में संपूर्ण हो गए हैं। खोजिए, वह कौन सा गिफ्ट है, जो आपको सबसे अलग करता है? अगर आप एक कलाकार हैं, अगर आप एक टैलेंटेड व्यक्ति हैं, जो किसी भी विशेष वस्तु का निर्माण कर सकता है। आप एक व्यवसायी हैं तो आप एक बड़ा रिस्क ले सकते हैं, नजरिया बना सकते हैं। अटैक द टैलेंट, अगर आप चाहते हैं तो यह आपको खुद ही करना होगा।
सफलता और असफलता घटनाएँ नहीं हैं कि एक दिन आप असफल हुए और आपने कह दिया कि यह विनाशकारी घटना मेरे साथ उस दिन घटी या एक दिन मैं सफल हो गया। असफलता छोटी-छोटी चीजों से आती है, लेकिन आप कभी उसे असफलता की श्रेणी में नहीं रखते। किसी दिन आपसे किसी पुस्तक को पढ़ने के लिए कहा जाता है, लेकिन आप नहीं पढ़ते। आप धीरे-धीरे अपने कोर्स की सभी पुस्तकों को टालते चले जाते हैं और एक दिन आता है, जब आपकी परीक्षा होती है। आप परीक्षा से पहले चाहें तो भी अपने सभी विषयों की तैयारी नहीं कर सकते। आप उसमें फेल हो जाते हैं और कहते हैं कि आई एम सॉरी। आप अपने आपको शारीरिक श्रम करने के लिए धक्का नहीं दे सकते। आप कहते हैं, आप व्यायाम नहीं कर सकते। व्यायाम करना न करना जरूरी नहीं है, लेकिन एक दिन आप शारीरिक रूप से इतने कमजोर हो जाते हैं कि आप कहते हैं कि आप असफल हो गए खुद को स्वस्थ रखने में। ये छोटी-छोटी असफलताएँ एक दिन इकट्ठा होकर एक साथ आती हैं, क्योंकि आपने उन्हें छोटा समझकर हमेशा नजरअंदाज किया है।


From the Publisher

Tony Robbins ke Success PRINCIPLES

Tony Robbins ke Success PRINCIPLESTony Robbins ke Success PRINCIPLES

खुद को बाहर से अलग करके सोचिए कि ऐसी कौन सी चीज है, जो आपको संपूर्ण बनाती है, जो आपको जीवन देती हैं? वे कौन सी चीजें हैं, जो आपको शानदार बनाती हैं?

एंथनी जे. रॉबिंस का जन्म 29 फरवरी, 1960 को अमेरिका में हुआ। वह एक लेखक, प्रेरक वक्ता, लाइफ कोच और परोपकारी व्यक्ति हैं। रॉबिंस को उनके सेमिनारों और स्वयं-सहायता पुस्तकों के लिए जाना जाता है।लक्ष्य बनाना अदृश्य को दृश्य में बदलने का पहला कदम है। बिना लक्ष्य के जीवन दिशाहीन होता है। बिना दिशा के व्यक्ति अपने लिए ही नहीं, किसी भी समाज और राष्ट्र के लिए भी हानिकर है। हमें अपनी बात रखनी आनी चाहिए। सबकी प्रतिभाएँ अलग होती हैं। प्रभावी ढंग से संवाद करने के लिए हमें अहसास होना चाहिए कि हम सभी अलग-अलग तरह से दुनिया को देखते हैं और इस समझ को एक मार्गदर्शक के रूप में दूसरों से संवाद करने में प्रयोग करना चाहिए।कभी-कभी हम अपना ध्यान केंद्रित नहीं करते। हम कभी अपनी शक्ति केंद्रित नहीं करते। अधिकतर लोग जीवन में इधर-उधर के काम करते रहते हैं, कभी भी किसी एक चीज में मास्टरी करने की नहीं सोचते। सफलता का मार्ग है—बड़ी व दृढ़ काररवाई करना। हम अपना जीवन बदल सकते हैं। हम जो चाहते हैं, बिल्कुल वही कर, पा और हो सकते हैं, यदि हम सच में चाहें तो। लोग आलसी नहीं होते। बस, उनके लक्ष्य कमजोर हैं, यानी ऐसे लक्ष्य, जो उन्हें प्रेरित नहीं करते। लक्ष्य सोते-जागते हमारी आँखों में तैरने चाहिए। आपके प्रभाव की सीमा केवल आपकी कल्पना और प्रतिबद्धता है। यदि आप वही करते हैं, जो आप हमेशा से करते आए हैं तो आपको वही मिलेगा, जो हमेशा से मिलता आया है। आपके अंदर संपूर्णता निहित है। वह कहीं बाहर नहीं है, जिसे खोजा जा सके, जो आपको पूरी तरह से संपूर्ण बनाती है। खुद को बाहर से अलग करके सोचिए कि ऐसी कौन सी चीज है, जो आपको संपूर्ण बनाती है, जो आपको जीवन देती हैं? वे कौन सी चीजें हैं, जो आपको शानदार बनाती हैं? आपकी खुद की शर्तों पर, वे किसी और की शर्तें नहीं हो सकतीं, न ही आपके पिता की, न ही आपकी माता की, न ही वह आपका बैकग्राउंड हो सकता है। तो फिर वह क्या चीज है, जो आपको संपूर्ण बनाती है? आपको अलग बनाती है? बहुत से तरीके हैं, जो आपको दूसरों से अलग करते हैं। कभी-कभी आप यह अनुभव भी करते हैं कि आप वास्तव में संपूर्ण हो गए हैं। खोजिए, वह कौन सा गिफ्ट है, जो आपको सबसे अलग करता है? अगर आप एक कलाकार हैं, अगर आप एक टैलेंटेड व्यक्ति हैं, जो किसी भी विशेष वस्तु का निर्माण कर सकता है। आप एक व्यवसायी हैं तो आप एक बड़ा रिस्क ले सकते हैं, नजरिया बना सकते हैं। अटैक द टैलेंट, अगर आप चाहते हैं तो यह आपको खुद ही करना होगा।सफलता और असफलता घटनाएँ नहीं हैं कि एक दिन आप असफल हुए और आपने कह दिया कि यह विनाशकारी घटना मेरे साथ उस दिन घटी या एक दिन मैं सफल हो गया। असफलता छोटी-छोटी चीजों से आती है, लेकिन आप कभी उसे असफलता की श्रेणी में नहीं रखते। किसी दिन आपसे किसी पुस्तक को पढ़ने के लिए कहा जाता है, लेकिन आप नहीं पढ़ते। आप धीरे-धीरे अपने कोर्स की सभी पुस्तकों को टालते चले जाते हैं और एक दिन आता है, जब आपकी परीक्षा होती है। आप परीक्षा से पहले चाहें तो भी अपने सभी विषयों की तैयारी नहीं कर सकते। आप उसमें फेल हो जाते हैं और कहते हैं कि आई एम सॉरी। आप अपने आपको शारीरिक श्रम करने के लिए धक्का नहीं दे सकते। आप कहते हैं, आप व्यायाम नहीं कर सकते। व्यायाम करना न करना जरूरी नहीं है, लेकिन एक दिन आप शारीरिक रूप से इतने कमजोर हो जाते हैं कि आप कहते हैं कि आप असफल हो गए खुद को स्वस्थ रखने में। ये छोटी-छोटी असफलताएँ एक दिन इकट्ठा होकर एक साथ आती हैं, क्योंकि आपने उन्हें छोटा समझकर हमेशा नजरअंदाज किया है।

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ASIN‏:‎B08FR9N3YN
Publisher‏:‎Prabhat Prakashan (12 August 2020)
Language‏:‎Hindi
File size‏:‎723 KB
Text-to-Speech‏:‎Enabled
Screen Reader‏:‎Supported
Enhanced typesetting‏:‎Enabled
Word Wise‏:‎Not Enabled
Print length‏:‎28 pages